रामायणम् — 3.55.10
Original
Segmented
इत्य् एवम् चिन्तयन् रामः श्रुत्वा गोमायु-निःस्वनम् आत्मनः च अपनयनम् मृग-रूपेण रक्षसा आजगाम जनस्थानम् राघवः परिशङ्कितः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| इत्य् | इति | pos=i |
| एवम् | एवम् | pos=i |
| चिन्तयन् | चिन्तय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| रामः | राम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
| गोमायु | गोमायु | pos=n,comp=y |
| निःस्वनम् | निःस्वन | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| आत्मनः | आत्मन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| च | च | pos=i |
| अपनयनम् | अपनयन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| मृग | मृग | pos=n,comp=y |
| रूपेण | रूप | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| रक्षसा | रक्षस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| आजगाम | आगम् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| जनस्थानम् | जनस्थान | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| राघवः | राघव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| परिशङ्कितः | परिशङ्क् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |