रामायणम् — 3.58.7
Original
Segmented
विप्रकीर्ण-अजिन-कुशम् विप्रव्यध्-बृसी-कटम् दृष्ट्वा शून्य-उटज-स्थानम् विललाप पुनः पुनः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| विप्रकीर्ण | विप्रकृ | pos=va,comp=y,f=part |
| अजिन | अजिन | pos=n,comp=y |
| कुशम् | कुश | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| विप्रव्यध् | विप्रव्यध् | pos=va,comp=y,f=part |
| बृसी | बृसी | pos=n,comp=y |
| कटम् | कट | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
| शून्य | शून्य | pos=a,comp=y |
| उटज | उटज | pos=n,comp=y |
| स्थानम् | स्थान | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| विललाप | विलप् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| पुनः | पुनर् | pos=i |