रामायणम् — 3.64.17
Original
Segmented
ब्रूहि ब्रूहि इति रामस्य ब्रुवाणस्य कृत-अञ्जलि त्यक्त्वा शरीरम् गृध्रस्य जग्मुः प्राणा विहायसम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| ब्रूहि | ब्रू | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| ब्रूहि | ब्रू | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| इति | इति | pos=i |
| रामस्य | राम | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| ब्रुवाणस्य | ब्रू | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
| कृत | कृ | pos=va,comp=y,f=part |
| अञ्जलि | अञ्जलि | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| त्यक्त्वा | त्यज् | pos=vi |
| शरीरम् | शरीर | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| गृध्रस्य | गृध्र | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| जग्मुः | गम् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
| प्राणा | प्राण | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| विहायसम् | विहायस् | pos=n,g=m,c=2,n=s |