रामायणम् — 3.64.18
Original
Segmented
स निक्षिप्य शिरो भूमौ प्रसार्य चरणौ तदा विक्षिप्य च शरीरम् स्वम् पपात धरणी-तले
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| निक्षिप्य | निक्षिप् | pos=vi |
| शिरो | शिरस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| भूमौ | भूमि | pos=n,g=f,c=7,n=s |
| प्रसार्य | प्रसारय् | pos=vi |
| चरणौ | चरण | pos=n,g=m,c=2,n=d |
| तदा | तदा | pos=i |
| विक्षिप्य | विक्षिप् | pos=vi |
| च | च | pos=i |
| शरीरम् | शरीर | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| स्वम् | स्व | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| पपात | पत् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| धरणी | धरणी | pos=n,comp=y |
| तले | तल | pos=n,g=m,c=7,n=s |