रामायणम् — 3.64.34
Original
Segmented
यत् तत् प्रेतस्य मर्त्यस्य कथयन्ति द्विजातयः तत् स्वर्ग-गमनम् तस्य क्षिप्रम् रामो जजाप ह
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यत् | यद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| प्रेतस्य | प्रे | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
| मर्त्यस्य | मर्त्य | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| कथयन्ति | कथय् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| द्विजातयः | द्विजाति | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| स्वर्ग | स्वर्ग | pos=n,comp=y |
| गमनम् | गमन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| क्षिप्रम् | क्षिप्रम् | pos=i |
| रामो | राम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| जजाप | जप् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| ह | ह | pos=i |