रामायणम् — 3.67.13
Original
Segmented
एवम् उक्तस् तु मे शक्रो बाहू योजनम् आयतौ प्रादाद् आस्यम् च मे कुक्षौ तीक्ष्ण-दंष्ट्रम् अकल्पयत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| एवम् | एवम् | pos=i |
| उक्तस् | वच् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| तु | तु | pos=i |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| शक्रो | शक्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| बाहू | बाहु | pos=n,g=m,c=2,n=d |
| योजनम् | योजन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| आयतौ | आयम् | pos=va,g=m,c=2,n=d,f=part |
| प्रादाद् | प्रदा | pos=v,p=3,n=s,l=lun |
| आस्यम् | आस् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=krtya |
| च | च | pos=i |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| कुक्षौ | कुक्षि | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| तीक्ष्ण | तीक्ष्ण | pos=a,comp=y |
| दंष्ट्रम् | दंष्ट्र | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अकल्पयत् | कल्पय् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |