रामायणम् — 3.70.17
Original
Segmented
पश्य मेघ-घन-प्रख्यम् मृग-पक्षि-समाकुलम् मतंगवनम् इत्य् एव विश्रुतम् रघुनन्दन
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| पश्य | पश् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| मेघ | मेघ | pos=n,comp=y |
| घन | घन | pos=n,comp=y |
| प्रख्यम् | प्रख्या | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| मृग | मृग | pos=n,comp=y |
| पक्षि | पक्षिन् | pos=n,comp=y |
| समाकुलम् | समाकुल | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| मतंगवनम् | मतंगवन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| इत्य् | इति | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| विश्रुतम् | विश्रु | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| रघुनन्दन | रघुनन्दन | pos=n,g=m,c=8,n=s |