रामायणम् — 3.8.28
Original
Segmented
नित्यम् शुचि-मतिः सौम्य चर धर्मम् तपः-वने सर्वम् हि विदितम् तुभ्यम् त्रैलोक्यम् अपि तत्त्वतः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| नित्यम् | नित्यम् | pos=i |
| शुचि | शुचि | pos=a,comp=y |
| मतिः | मति | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| सौम्य | सौम्य | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| चर | चर् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| धर्मम् | धर्म | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| तपः | तपस् | pos=n,comp=y |
| वने | वन | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| सर्वम् | सर्व | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| विदितम् | विद् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| तुभ्यम् | त्वद् | pos=n,g=,c=4,n=s |
| त्रैलोक्यम् | त्रैलोक्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| अपि | अपि | pos=i |
| तत्त्वतः | तत्त्व | pos=n,g=n,c=5,n=s |