रामायणम् — 4.11.13
Original
Segmented
गुहा-प्रस्रवण-उपेतः बहु-कन्दर-निर्झरः स समर्थस् तव प्रीतिम् अतुलाम् कर्तुम् आहवे
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| गुहा | गुहा | pos=n,comp=y |
| प्रस्रवण | प्रस्रवण | pos=n,comp=y |
| उपेतः | उपे | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| बहु | बहु | pos=a,comp=y |
| कन्दर | कन्दर | pos=n,comp=y |
| निर्झरः | निर्झर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| समर्थस् | समर्थ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| प्रीतिम् | प्रीति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| अतुलाम् | अतुल | pos=a,g=f,c=2,n=s |
| कर्तुम् | कृ | pos=vi |
| आहवे | आहव | pos=n,g=m,c=7,n=s |