रामायणम् — 4.11.38
Original
Segmented
विषाणयोः गृहीत्वा तम् दुन्दुभिम् गिरि-संनिभम् वाली व्यापातयांचक्रे ननर्द च महा-स्वनम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| विषाणयोः | विषाण | pos=n,g=n,c=7,n=d |
| गृहीत्वा | ग्रह् | pos=vi |
| तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| दुन्दुभिम् | दुन्दुभि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| गिरि | गिरि | pos=n,comp=y |
| संनिभम् | संनिभ | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| वाली | वालिन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| व्यापातयांचक्रे | व्यापातय् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| ननर्द | नर्द् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| च | च | pos=i |
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| स्वनम् | स्वन | pos=n,g=m,c=2,n=s |