रामायणम् — 4.13.9
Original
Segmented
मृदु-शष्प-अङ्कुर-आहारान् निर्भयान् वन-गोचरान् चरतः सर्वतो ऽपश्यन् स्थलीषु हरिणान् स्थितान्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| मृदु | मृदु | pos=a,comp=y |
| शष्प | शष्प | pos=n,comp=y |
| अङ्कुर | अङ्कुर | pos=n,comp=y |
| आहारान् | आहार | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| निर्भयान् | निर्भय | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| वन | वन | pos=n,comp=y |
| गोचरान् | गोचर | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| चरतः | चर् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
| सर्वतो | सर्वतस् | pos=i |
| ऽपश्यन् | पश् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
| स्थलीषु | स्थली | pos=n,g=f,c=7,n=p |
| हरिणान् | हरिण | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| स्थितान् | स्था | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |