रामायणम् — 4.14.8
Original
Segmented
कृत-अभिज्ञान-चिह्नः त्वम् अनया गज-साह्वया विपरीत इव आकाशे सूर्यो नक्षत्र-मालया
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| कृत | कृ | pos=va,comp=y,f=part |
| अभिज्ञान | अभिज्ञान | pos=n,comp=y |
| चिह्नः | चिह्न | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| अनया | इदम् | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| गज | गज | pos=n,comp=y |
| साह्वया | साह्व | pos=a,g=f,c=3,n=s |
| विपरीत | विपरीत | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| इव | इव | pos=i |
| आकाशे | आकाश | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| सूर्यो | सूर्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| नक्षत्र | नक्षत्र | pos=n,comp=y |
| मालया | माला | pos=n,g=f,c=3,n=s |