रामायणम् — 4.18.31
Original
Segmented
आर्येण मम मान्धात्रा व्यसनम् घोरम् ईप्सितम् श्रमणेन कृते पापे यथा पापम् कृतम् त्वया
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| आर्येण | आर्य | pos=a,g=m,c=3,n=s |
| मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| मान्धात्रा | मान्धातृ | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| व्यसनम् | व्यसन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| घोरम् | घोर | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| ईप्सितम् | ईप्सित | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| श्रमणेन | श्रमण | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| कृते | कृ | pos=va,g=n,c=7,n=s,f=part |
| पापे | पाप | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| यथा | यथा | pos=i |
| पापम् | पाप | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| कृतम् | कृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |