रामायणम् — 4.18.37
Original
Segmented
दुर्लभस्य च धर्मस्य जीवितस्य शुभस्य च राजानो वानर-श्रेष्ठ प्रदातारो न संशयः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| दुर्लभस्य | दुर्लभ | pos=a,g=m,c=6,n=s |
| च | च | pos=i |
| धर्मस्य | धर्म | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| जीवितस्य | जीवित | pos=n,g=n,c=6,n=s |
| शुभस्य | शुभ | pos=a,g=n,c=6,n=s |
| च | च | pos=i |
| राजानो | राजन् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| वानर | वानर | pos=n,comp=y |
| श्रेष्ठ | श्रेष्ठ | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| प्रदातारो | प्रदातृ | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| न | न | pos=i |
| संशयः | संशय | pos=n,g=m,c=1,n=s |