रामायणम् — 4.20.10
Original
Segmented
हृदयम् सुस्थिरम् मह्यम् दृष्ट्वा विनिहतम् भुवि यन् न शोक-अभिसंतप्तम् स्फुटते ऽद्य सहस्रधा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| हृदयम् | हृदय | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| सुस्थिरम् | सुस्थिर | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| मह्यम् | मद् | pos=n,g=,c=4,n=s |
| दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
| विनिहतम् | विनिहन् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| भुवि | भू | pos=n,g=f,c=7,n=s |
| यन् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| न | न | pos=i |
| शोक | शोक | pos=n,comp=y |
| अभिसंतप्तम् | अभिसंतप् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| स्फुटते | स्फुट् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| ऽद्य | अद्य | pos=i |
| सहस्रधा | सहस्रधा | pos=i |