रामायणम् — 4.20.12
Original
Segmented
निःश्रेयस-परा मोहात् त्वया च अहम् विगर्हिता या एषा अब्रुवम् हितम् वाक्यम् वानर-इन्द्र-हित-एषिणी
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| निःश्रेयस | निःश्रेयस | pos=n,comp=y |
| परा | पर | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| मोहात् | मोह | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
| च | च | pos=i |
| अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| विगर्हिता | विगर्ह् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
| या | यद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| एषा | एतद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| अब्रुवम् | ब्रू | pos=v,p=1,n=s,l=lan |
| हितम् | हित | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| वाक्यम् | वाक्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| वानर | वानर | pos=n,comp=y |
| इन्द्र | इन्द्र | pos=n,comp=y |
| हित | हित | pos=n,comp=y |
| एषिणी | एषिन् | pos=a,g=f,c=1,n=s |