रामायणम् — 4.20.23
Original
Segmented
किम् अप्रियम् ते प्रिय-चारु-वेषैः कृतम् मया नाथ सुतेन वा ते सहायिनीम् अद्य विहाय वीर यम-क्षयम् गच्छसि दुर्विनीतम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| किम् | क | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| अप्रियम् | अप्रिय | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=4,n=s |
| प्रिय | प्रिय | pos=a,comp=y |
| चारु | चारु | pos=a,comp=y |
| वेषैः | वेष | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| कृतम् | कृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
| नाथ | नाथ | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| सुतेन | सुत | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| वा | वा | pos=i |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=4,n=s |
| सहायिनीम् | सहायिन् | pos=a,g=f,c=2,n=s |
| अद्य | अद्य | pos=i |
| विहाय | विहा | pos=vi |
| वीर | वीर | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| यम | यम | pos=n,comp=y |
| क्षयम् | क्षय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| गच्छसि | गम् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| दुर्विनीतम् | दुर्विनीत | pos=a,g=m,c=2,n=s |