रामायणम् — 4.24.39
Original
Segmented
एवम् विलपतीम् ताराम् पति-शोक-परिप्लुताम् उत्थापयन्ति स्म तदा वानर्यः शोक-कर्शिताः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| एवम् | एवम् | pos=i |
| विलपतीम् | विलप् | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
| ताराम् | तारा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| पति | पति | pos=n,comp=y |
| शोक | शोक | pos=n,comp=y |
| परिप्लुताम् | परिप्लु | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
| उत्थापयन्ति | उत्थापय् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| स्म | स्म | pos=i |
| तदा | तदा | pos=i |
| वानर्यः | वानरी | pos=n,g=f,c=1,n=p |
| शोक | शोक | pos=n,comp=y |
| कर्शिताः | कर्शय् | pos=va,g=f,c=1,n=p,f=part |