रामायणम् — 4.25.36
Original
Segmented
अङ्गदे च अभिषिक्ते तु स अनुक्रोशाः प्लवंगमाः साधु साध्व् इति सुग्रीवम् महात्मानो ऽभ्यपूजयन्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अङ्गदे | अङ्गद | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| च | च | pos=i |
| अभिषिक्ते | अभिषिच् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
| तु | तु | pos=i |
| स | स | pos=i |
| अनुक्रोशाः | अनुक्रोश | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| प्लवंगमाः | प्लवंगम | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| साधु | साधु | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| साध्व् | साधु | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| सुग्रीवम् | सुग्रीव | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| महात्मानो | महात्मन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| ऽभ्यपूजयन् | अभिपूजय् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |