रामायणम् — 4.27.15
Original
Segmented
रजः प्रशान्तम् सहिमो ऽद्य वायुः निदाघ-दोष-प्रसराः प्रशान्ताः स्थिता हि यात्रा वसुधा-अधिपानाम् प्रवासिनो यान्ति नराः स्व-देशान्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| रजः | रजस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| प्रशान्तम् | प्रशम् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| सहिमो | सहिम | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| ऽद्य | अद्य | pos=i |
| वायुः | वायु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| निदाघ | निदाघ | pos=n,comp=y |
| दोष | दोष | pos=n,comp=y |
| प्रसराः | प्रसर | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| प्रशान्ताः | प्रशम् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| स्थिता | स्था | pos=va,g=f,c=1,n=p,f=part |
| हि | हि | pos=i |
| यात्रा | यात्रा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| वसुधा | वसुधा | pos=n,comp=y |
| अधिपानाम् | अधिप | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| प्रवासिनो | प्रवासिन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| यान्ति | या | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| नराः | नर | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| स्व | स्व | pos=a,comp=y |
| देशान् | देश | pos=n,g=m,c=2,n=p |