रामायणम् — 4.28.10
Original
Segmented
यो हि मित्रेषु काल-ज्ञः सततम् साधु वर्तते तस्य राज्यम् च कीर्तिः च प्रतापः च अभिवर्धते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यो | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| मित्रेषु | मित्र | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| काल | काल | pos=n,comp=y |
| ज्ञः | ज्ञ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| सततम् | सततम् | pos=i |
| साधु | साधु | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| वर्तते | वृत् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| राज्यम् | राज्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| कीर्तिः | कीर्ति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| प्रतापः | प्रताप | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| अभिवर्धते | अभिवृध् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |