रामायणम् — 4.28.3
Original
Segmented
निवृत्त-कार्यम् सिद्धार्थम् प्रमदा-अभिरतम् सदा प्राप्तवन्तम् अभिप्रेतान् सर्वान् एव मनोरथान्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| निवृत्त | निवृत् | pos=va,comp=y,f=part |
| कार्यम् | कार्य | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| सिद्धार्थम् | सिद्धार्थ | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| प्रमदा | प्रमदा | pos=n,comp=y |
| अभिरतम् | अभिरम् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| सदा | सदा | pos=i |
| प्राप्तवन्तम् | प्राप् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| अभिप्रेतान् | अभिप्रे | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
| सर्वान् | सर्व | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| एव | एव | pos=i |
| मनोरथान् | मनोरथ | pos=n,g=m,c=2,n=p |