रामायणम् — 4.3.21
Original
Segmented
भिक्षु-रूप-प्रतिच्छन्नम् सुग्रीव-प्रिय-काम्या ऋश्यमूकाद् इह प्राप्तम् काम-गम् कामरूपिणम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| भिक्षु | भिक्षु | pos=n,comp=y |
| रूप | रूप | pos=n,comp=y |
| प्रतिच्छन्नम् | प्रतिच्छद् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| सुग्रीव | सुग्रीव | pos=n,comp=y |
| प्रिय | प्रिय | pos=a,comp=y |
| काम्या | काम्या | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| ऋश्यमूकाद् | ऋश्यमूक | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| इह | इह | pos=i |
| प्राप्तम् | प्राप् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| काम | काम | pos=n,comp=y |
| गम् | ग | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| कामरूपिणम् | कामरूपिन् | pos=a,g=m,c=2,n=s |