रामायणम् — 4.3.24
Original
Segmented
सचिवो ऽयम् कपीन्द्रस्य सुग्रीवस्य महात्मनः तम् एव काङ्क्षमाणस्य मे अन्तिकम् उपागतः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सचिवो | सचिव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽयम् | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| कपीन्द्रस्य | कपीन्द्र | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| सुग्रीवस्य | सुग्रीव | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| महात्मनः | महात्मन् | pos=a,g=m,c=5,n=s |
| तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| काङ्क्षमाणस्य | काङ्क्ष् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| अन्तिकम् | अन्तिक | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| उपागतः | उपागम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |