रामायणम् — 4.35.20
Original
Segmented
यच् च शोक-अभिभूतस्य श्रुत्वा रामस्य भाषितम् मया त्वम् परुषाण्य् उक्तस् तच् च त्वम् क्षन्तुम् अर्हसि
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यच् | यत् | pos=i |
| च | च | pos=i |
| शोक | शोक | pos=n,comp=y |
| अभिभूतस्य | अभिभू | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
| श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
| रामस्य | राम | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| भाषितम् | भाषित | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| परुषाण्य् | परुष | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| उक्तस् | वच् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| तच् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| क्षन्तुम् | क्षम् | pos=vi |
| अर्हसि | अर्ह् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |