रामायणम् — 4.36.30
Original
Segmented
तद् अन्न-संभवम् दिव्यम् फलम् मूलम् मनोहरम् यः कश्चित् सकृद् अश्नाति मासम् भवति तर्पितः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अन्न | अन्न | pos=n,comp=y |
| संभवम् | सम्भव | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| दिव्यम् | दिव्य | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| फलम् | फल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| मूलम् | मूल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| मनोहरम् | मनोहर | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| कश्चित् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| सकृद् | सकृत् | pos=i |
| अश्नाति | अश् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| मासम् | मास | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| भवति | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| तर्पितः | तर्पय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |