रामायणम् — 4.37.21
Original
Segmented
हित्वा धर्मम् तथा अर्थम् च कामम् यस् तु निषेवते स वृक्ष-अग्रे यथा सुप्तः पतितः प्रतिबुध्यते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| हित्वा | हा | pos=vi |
| धर्मम् | धर्म | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| तथा | तथा | pos=i |
| अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| कामम् | काम | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| यस् | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| निषेवते | निषेव् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| वृक्ष | वृक्ष | pos=n,comp=y |
| अग्रे | अग्र | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| यथा | यथा | pos=i |
| सुप्तः | स्वप् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| पतितः | पत् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| प्रतिबुध्यते | प्रतिबुध् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |