रामायणम् — 4.38.19
Original
Segmented
ऋक्षाणाम् भीम-वेगानाम् धूम्रः शत्रु-निबर्हणः वृतः कोटि-सहस्राभ्याम् द्वाभ्याम् समभिवर्तत
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| ऋक्षाणाम् | ऋक्ष | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| भीम | भीम | pos=a,comp=y |
| वेगानाम् | वेग | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| धूम्रः | धूम्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| शत्रु | शत्रु | pos=n,comp=y |
| निबर्हणः | निबर्हण | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| वृतः | वृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| कोटि | कोटि | pos=n,comp=y |
| सहस्राभ्याम् | सहस्र | pos=n,g=m,c=3,n=d |
| द्वाभ्याम् | द्वि | pos=n,g=m,c=3,n=d |
| समभिवर्तत | समभिवृत् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |