रामायणम् — 4.38.37
Original
Segmented
यथा सुखम् पर्वत-निर्झरेषु वनेषु सर्वेषु च वानर-इन्द्राः निवेशयित्वा विधिवद् बलानि बलम् बल-ज्ञः प्रतिपत्तुम् ईष्टे
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यथा | यथा | pos=i |
| सुखम् | सुख | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| पर्वत | पर्वत | pos=n,comp=y |
| निर्झरेषु | निर्झर | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| वनेषु | वन | pos=n,g=n,c=7,n=p |
| सर्वेषु | सर्व | pos=n,g=n,c=7,n=p |
| च | च | pos=i |
| वानर | वानर | pos=n,comp=y |
| इन्द्राः | इन्द्र | pos=n,g=m,c=8,n=p |
| निवेशयित्वा | निवेशय् | pos=vi |
| विधिवद् | विधिवत् | pos=i |
| बलानि | बल | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| बलम् | बल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| बल | बल | pos=n,comp=y |
| ज्ञः | ज्ञ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| प्रतिपत्तुम् | प्रतिपद् | pos=vi |
| ईष्टे | ईश् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |