रामायणम् — 4.38.6
Original
Segmented
जहार आत्म-विनाशाय वैदेहीम् राक्षस-अधमः वञ्चयित्वा तु पौलोमीम् अनुह्लादो यथा शचीम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| जहार | हृ | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| आत्म | आत्मन् | pos=n,comp=y |
| विनाशाय | विनाश | pos=n,g=m,c=4,n=s |
| वैदेहीम् | वैदेही | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| राक्षस | राक्षस | pos=n,comp=y |
| अधमः | अधम | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| वञ्चयित्वा | वञ्चय् | pos=vi |
| तु | तु | pos=i |
| पौलोमीम् | पौलोमी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| अनुह्लादो | अनुह्लाद | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| यथा | यथा | pos=i |
| शचीम् | शची | pos=n,g=f,c=2,n=s |