रामायणम् — 4.40.22
Original
Segmented
नानाविधैः नगैः फुल्लैः लताभिः च उपशोभितम् देव-ऋषि-यक्ष-प्रवरैः अप्सरोभिः च सेवितम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| नानाविधैः | नानाविध | pos=a,g=m,c=3,n=p |
| नगैः | नग | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| फुल्लैः | फुल्ल | pos=a,g=m,c=3,n=p |
| लताभिः | लता | pos=n,g=f,c=3,n=p |
| च | च | pos=i |
| उपशोभितम् | उपशोभय् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| देव | देव | pos=n,comp=y |
| ऋषि | ऋषि | pos=n,comp=y |
| यक्ष | यक्ष | pos=n,comp=y |
| प्रवरैः | प्रवर | pos=a,g=m,c=3,n=p |
| अप्सरोभिः | अप्सरस् | pos=n,g=f,c=3,n=p |
| च | च | pos=i |
| सेवितम् | सेव् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |