रामायणम् — 4.46.13
Original
Segmented
गहनेषु च देशेषु दुर्गेषु विषमेषु च सत्त्वान्य् अतिप्रमाणानि विचितानि हतानि च ये च एव गहना देशा विचितास् ते पुनः पुनः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| गहनेषु | गहन | pos=n,g=n,c=7,n=p |
| च | च | pos=i |
| देशेषु | देश | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| दुर्गेषु | दुर्ग | pos=a,g=m,c=7,n=p |
| विषमेषु | विषम | pos=a,g=m,c=7,n=p |
| च | च | pos=i |
| सत्त्वान्य् | सत्त्व | pos=n,g=n,c=1,n=p |
| अतिप्रमाणानि | अतिप्रमाण | pos=a,g=n,c=1,n=p |
| विचितानि | विचि | pos=va,g=n,c=1,n=p,f=part |
| हतानि | हन् | pos=va,g=n,c=1,n=p,f=part |
| च | च | pos=i |
| ये | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| च | च | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| गहना | गहन | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| देशा | देश | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| विचितास् | विचि | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| पुनः | पुनर् | pos=i |