रामायणम् — 4.46.5
Original
Segmented
सर्वर्तुकांः च देशेषु वानराः सफलान् द्रुमान् आसाद्य रजनीम् शय्याम् चक्रुः सर्वेष्व् अहःसु ते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सर्वर्तुकांः | सर्वर्तुक | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| च | च | pos=i |
| देशेषु | देश | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| वानराः | वानर | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| सफलान् | सफल | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| द्रुमान् | द्रुम | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| आसाद्य | आसादय् | pos=vi |
| रजनीम् | रजनी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| शय्याम् | शय्या | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| चक्रुः | कृ | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
| सर्वेष्व् | सर्व | pos=n,g=n,c=7,n=p |
| अहःसु | अहर् | pos=n,g=,c=7,n=p |
| ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |