रामायणम् — 4.52.23
Original
Segmented
अप्रवृत्तौ च सीतायाः पापम् एव करिष्यति तस्मात् क्षमम् इह अद्य एव प्रायोपविशनम् हि नः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अप्रवृत्तौ | अप्रवृत्ति | pos=n,g=f,c=7,n=s |
| च | च | pos=i |
| सीतायाः | सीता | pos=n,g=f,c=6,n=s |
| पापम् | पाप | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| करिष्यति | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
| तस्मात् | तद् | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| क्षमम् | क्षम | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| इह | इह | pos=i |
| अद्य | अद्य | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| प्रायोपविशनम् | प्रायोपविशन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| नः | मद् | pos=n,g=,c=6,n=p |