रामायणम् — 4.55.20
Original
Segmented
भ्रातुः जटायुषस् तस्य जनस्थान-निवासिनः तस्य एव च मम भ्रातुः सखा दशरथः कथम् यस्य रामः प्रियः पुत्रो ज्येष्ठो गुरु-जन-प्रियः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| भ्रातुः | भ्रातृ | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| जटायुषस् | जटायुस् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| जनस्थान | जनस्थान | pos=n,comp=y |
| निवासिनः | निवासिन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| च | च | pos=i |
| मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| भ्रातुः | भ्रातृ | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| सखा | सखि | pos=n,g=,c=1,n=s |
| दशरथः | दशरथ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| कथम् | कथम् | pos=i |
| यस्य | यद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| रामः | राम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| प्रियः | प्रिय | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| पुत्रो | पुत्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ज्येष्ठो | ज्येष्ठ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| गुरु | गुरु | pos=n,comp=y |
| जन | जन | pos=n,comp=y |
| प्रियः | प्रिय | pos=a,g=m,c=1,n=s |