रामायणम् — 4.56.2
Original
Segmented
ते प्रायम् उपविष्टास् तु दृष्ट्वा गृध्रम् प्लवंगमाः चक्रुः बुद्धिम् तदा रौद्राम् सर्वान् नो भक्षयिष्यति
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| ते | तद् | pos=n,g=f,c=2,n=d |
| प्रायम् | प्राय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| उपविष्टास् | उपविश् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| तु | तु | pos=i |
| दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
| गृध्रम् | गृध्र | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| प्लवंगमाः | प्लवंगम | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| चक्रुः | कृ | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
| बुद्धिम् | बुद्धि | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| तदा | तदा | pos=i |
| रौद्राम् | रौद्र | pos=a,g=f,c=2,n=s |
| सर्वान् | सर्व | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| नो | मद् | pos=n,g=,c=2,n=p |
| भक्षयिष्यति | भक्षय् | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |