रामायणम् — 4.57.34
Original
Segmented
पुनः प्रत्यानयित्वा वै तम् देशम् पतग-ईश्वरम् बभूवुः वानरा हृष्टाः प्रवृत्तिम् उपलभ्य ते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| प्रत्यानयित्वा | प्रत्यानी | pos=vi |
| वै | वै | pos=i |
| तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| देशम् | देश | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| पतग | पतग | pos=n,comp=y |
| ईश्वरम् | ईश्वर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| बभूवुः | भू | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
| वानरा | वानर | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| हृष्टाः | हृष् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| प्रवृत्तिम् | प्रवृत्ति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| उपलभ्य | उपलभ् | pos=vi |
| ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |