रामायणम् — 4.58.7
Original
Segmented
अहम् अस्मिन् गिरौ दुर्गे बहु-योजनम् आयते चिरात् निपतितः वृद्धः क्षीण-प्राण-पराक्रमः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| अस्मिन् | इदम् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| गिरौ | गिरि | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| दुर्गे | दुर्ग | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| बहु | बहु | pos=a,comp=y |
| योजनम् | योजन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| आयते | आयम् | pos=va,g=n,c=7,n=s,f=part |
| चिरात् | चिरात् | pos=i |
| निपतितः | निपत् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| वृद्धः | वृद्ध | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| क्षीण | क्षि | pos=va,comp=y,f=part |
| प्राण | प्राण | pos=n,comp=y |
| पराक्रमः | पराक्रम | pos=n,g=m,c=1,n=s |