रामायणम् — 4.59.17
Original
Segmented
ऋषिः तु दृष्ट्वा माम् तुष्टः प्रविष्टः च आश्रमम् पुनः मुहूर्त-मात्रात् निष्क्रम्य ततः कार्यम् अपृच्छत
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| ऋषिः | ऋषि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
| माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| तुष्टः | तुष् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| प्रविष्टः | प्रविश् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| च | च | pos=i |
| आश्रमम् | आश्रम | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| मुहूर्त | मुहूर्त | pos=n,comp=y |
| मात्रात् | मात्र | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| निष्क्रम्य | निष्क्रम् | pos=vi |
| ततः | ततस् | pos=i |
| कार्यम् | कार्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अपृच्छत | प्रच्छ् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |