रामायणम् — 4.59.18
Original
Segmented
सौम्य वैकल्यताम् दृष्ट्वा रोम्णाम् न अवगम्यते अग्नि-दग्धौ इमौ पक्षौ त्वक् च एव व्रणिता तव
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सौम्य | सौम्य | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| वैकल्यताम् | वैकल्यता | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
| रोम्णाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| न | न | pos=i |
| अवगम्यते | अवगम् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| अग्नि | अग्नि | pos=n,comp=y |
| दग्धौ | दह् | pos=va,g=m,c=1,n=d,f=part |
| इमौ | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=d |
| पक्षौ | पक्ष | pos=n,g=m,c=1,n=d |
| त्वक् | त्वच् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| व्रणिता | व्रणित | pos=a,g=f,c=1,n=s |
| तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |