रामायणम् — 4.65.22
Original
Segmented
ततः शैल-अग्र-शिखरे वामो हनुः अभज्यत ततो हि नामधेयम् ते हनुमान् इति कीर्त्यते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| ततः | ततस् | pos=i |
| शैल | शैल | pos=n,comp=y |
| अग्र | अग्र | pos=n,comp=y |
| शिखरे | शिखर | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| वामो | वाम | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| हनुः | हनु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| अभज्यत | भञ्ज् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| ततो | ततस् | pos=i |
| हि | हि | pos=i |
| नामधेयम् | नामधेय | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| हनुमान् | हनुमन्त् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| कीर्त्यते | कीर्तय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |