रामायणम् — 4.66.11
Original
Segmented
पन्नगाशनम् आकाशे पतन्तम् पक्षि-सेवितम् वैनतेयम् अहम् शक्तः परिगन्तुम् सहस्रशः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| पन्नगाशनम् | पन्नगाशन | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| आकाशे | आकाश | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| पतन्तम् | पत् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| पक्षि | पक्षिन् | pos=n,comp=y |
| सेवितम् | सेव् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| वैनतेयम् | वैनतेय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| शक्तः | शक् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| परिगन्तुम् | परिगम् | pos=vi |
| सहस्रशः | सहस्रशस् | pos=i |