रामायणम् — 4.7.17
Original
Segmented
एष च प्रकृतिष्ठो ऽहम् अनुनीतस् त्वया सखे दुर्लभो हि ईदृशः बन्धुः अस्मिन् काले विशेषतः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| एष | एतद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| प्रकृतिष्ठो | प्रकृतिष्ठ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| ऽहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| अनुनीतस् | अनुनी | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
| सखे | सखि | pos=n,g=,c=8,n=s |
| दुर्लभो | दुर्लभ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| ईदृशः | ईदृश | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| बन्धुः | बन्धु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| अस्मिन् | इदम् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| काले | काल | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| विशेषतः | विशेषतः | pos=i |