रामायणम् — 4.8.22
Original
Segmented
कङ्क-पत्त्र-प्रतिच्छन्नाः महा-इन्द्र-अशनि-संनिभाः सु पर्वन् सु तीक्ष्ण-अग्राः स रोषाः भुजगा इव
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| कङ्क | कङ्क | pos=n,comp=y |
| पत्त्र | पत्त्र | pos=n,comp=y |
| प्रतिच्छन्नाः | प्रतिच्छद् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| इन्द्र | इन्द्र | pos=n,comp=y |
| अशनि | अशनि | pos=n,comp=y |
| संनिभाः | संनिभ | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| सु | सु | pos=i |
| पर्वन् | पर्वन् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| सु | सु | pos=i |
| तीक्ष्ण | तीक्ष्ण | pos=a,comp=y |
| अग्राः | अग्र | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| स | स | pos=i |
| रोषाः | रोष | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| भुजगा | भुजग | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| इव | इव | pos=i |