रामायणम् — 4.8.25
Original
Segmented
राम शोक-अभिभूतः ऽहम् शोक-आर्तानाम् भवान् गतिः वयस्य इति कृत्वा हि त्वय्य् अहम् परिदेवये
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| राम | राम | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| शोक | शोक | pos=n,comp=y |
| अभिभूतः | अभिभू | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| ऽहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| शोक | शोक | pos=n,comp=y |
| आर्तानाम् | आर्त | pos=a,g=m,c=6,n=p |
| भवान् | भवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| गतिः | गति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| वयस्य | वयस्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| कृत्वा | कृ | pos=vi |
| हि | हि | pos=i |
| त्वय्य् | त्वद् | pos=n,g=,c=7,n=s |
| अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| परिदेवये | परिदेवय् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |