रामायणम् — 4.8.6
Original
Segmented
महात्मनाम् तु भूयिष्ठम् त्वद्विधानाम् कृतात्मनाम् निश्चला भवति प्रीतिः धैर्यम् आत्मवताम् इव
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| महात्मनाम् | महात्मन् | pos=a,g=m,c=6,n=p |
| तु | तु | pos=i |
| भूयिष्ठम् | भूयिष्ठ | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| त्वद्विधानाम् | त्वद्विध | pos=a,g=m,c=6,n=p |
| कृतात्मनाम् | कृतात्मन् | pos=a,g=m,c=6,n=p |
| निश्चला | निश्चल | pos=a,g=f,c=1,n=s |
| भवति | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| प्रीतिः | प्रीति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| धैर्यम् | धैर्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| आत्मवताम् | आत्मवत् | pos=a,g=m,c=6,n=p |
| इव | इव | pos=i |