रामायणम् — 5.1.115
Original
Segmented
श्रमम् मोक्षय पूजाम् च गृहाण कपि-सत्तम प्रीतिम् च बहु मन्यस्व प्रीतो ऽस्मि तव दर्शनात्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| श्रमम् | श्रम | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| मोक्षय | मोक्षय् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| पूजाम् | पूजा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| गृहाण | ग्रह् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| कपि | कपि | pos=n,comp=y |
| सत्तम | सत्तम | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| प्रीतिम् | प्रीति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| बहु | बहु | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| मन्यस्व | मन् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| प्रीतो | प्री | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| ऽस्मि | अस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| दर्शनात् | दर्शन | pos=n,g=n,c=5,n=s |