रामायणम् — 5.1.145
Original
Segmented
तम् दृष्ट्वा मेघ-संकाशम् दश-योजनम् आयतम् चकार सुरसा अपि आस्यम् विंशत्-योजनम् आयतम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
| मेघ | मेघ | pos=n,comp=y |
| संकाशम् | संकाश | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| दश | दशन् | pos=n,comp=y |
| योजनम् | योजन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| आयतम् | आयम् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| चकार | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| सुरसा | सुरसा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| अपि | अपि | pos=i |
| आस्यम् | आस्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| विंशत् | विंशत् | pos=n,comp=y |
| योजनम् | योजन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| आयतम् | आयम् | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |