रामायणम् — 5.1.151
Original
Segmented
स संक्षिप्य आत्मनः कायम् जीमूत इव मारुतिः तस्मिन् मुहूर्ते हनुमान् बभूव अङ्गुष्ठ-मात्रकः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| संक्षिप्य | संक्षिप् | pos=vi |
| आत्मनः | आत्मन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| कायम् | काय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| जीमूत | जीमूत | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| इव | इव | pos=i |
| मारुतिः | मारुति | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तस्मिन् | तद् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| मुहूर्ते | मुहूर्त | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| हनुमान् | हनुमन्त् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| बभूव | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| अङ्गुष्ठ | अङ्गुष्ठ | pos=n,comp=y |
| मात्रकः | मात्रक | pos=n,g=m,c=1,n=s |