रामायणम् — 5.1.155
Original
Segmented
अर्थ-सिद्धये हरि-श्रेष्ठ गच्छ सौम्य यथासुखम् समानय च वैदेहीम् राघवेण महात्मना
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अर्थ | अर्थ | pos=n,comp=y |
| सिद्धये | सिद्धि | pos=n,g=f,c=4,n=s |
| हरि | हरि | pos=n,comp=y |
| श्रेष्ठ | श्रेष्ठ | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| गच्छ | गम् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| सौम्य | सौम्य | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| यथासुखम् | यथासुखम् | pos=i |
| समानय | समानी | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| च | च | pos=i |
| वैदेहीम् | वैदेही | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| राघवेण | राघव | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| महात्मना | महात्मन् | pos=a,g=m,c=3,n=s |